देश की पहली बोलती फिल्म के विज्ञापन के लिए पोस्टरों में छापे गए वाक्य इस प्रकार थे 'वे सभी सजीव हैं, साँस ले रहे हैं, शत-प्रतिशत बोल रहे हैं, अठहत्तर मुर्दा इंसान जिंदा हो गए, उनको बोलते, बातें करते देखो। पाठ के आधार पर आलम आरा में कुल मिलाकर 78 चेहरे थे अर्थात उस पर काम कर रहे थे।