(क) लेखक बैडमिंटन के चैंपियन थे। लेकिन एक दिन उन्होंने स्कूल के ग्राउंड में ध्यानचंद को हॉकी खेलते हुए देखा और उनसे प्रेरित होकर, वे हॉकी खेलने लगे।
(ख) उस वक्त भारत को आजाद हुए कुछ ही दिन बीते थे। इंग्लैंड पर जीत सिर्फ खेल में ही जीत नहीं थी परन्तु पूर्व गुलाम की अपने क्रूर शासक के ऊपर जीत थी। जिन्होंने हम पर कई वर्षों तक राज किया। उसे उसी के घर में जाकर हराना मानसिक तौर पर बहुत गर्व का कार्य था इसलिए सबकी आँखों में आँसू थे।
(ग) खिलाड़ियों में खेलने की भावना अडिग होनी महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना अडिग इच्छा के वह अपना खेल ठीक से नहीं खेल पाएगा। यह जज़्बा इसलिए ज़रूरी है ताकि खेल का स्तर न गिरे।