कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ इसलिए कहा है क्योंकि कवी जहाँ भी जाता है वह खुशियाँ-ही-खुशियाँ बिखेर देता है जिसकी वज़ह से सभी लोग कवी को पसंद करने लगते है। इसलिए वह जहाँ भी जाते है वहाँ उल्लास भर जाता है। और जब कवी वहाँ से जाता है तो लोगो के मन में दुःख उमड़ अत है जिसकी वज़ह से वह रोने लग जाते है इसलिए कवी ने कहा है जाते समय आँसू बन कर बेह जाते है।